पुलिस अधीक्षक का साहसिक निर्णय: अपराध पर नियंत्रण की ओर एक कदम
शिवपुरी / कोलारस क्षेत्र में अन्तर्राजीय जुए के अड्डे पर की गई बड़ी पुलिस कार्यवाही न केवल कानून व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण रही, बल्कि इससे पुलिस विभाग के भीतर भी अनुशासनहीनता को उजागर किया। पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ द्वारा कोलारस थाना प्रभारी अजय जाट को पद से हटाने का निर्णय यह दर्शाता है कि अब पुलिस महकमे में लापरवाही और मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोलारस थाना प्रभारी की मनमानी इस हद तक थी कि अपने से वरिष्ठ अधिकारियों पर भी छींटाकसी कराने में कसर नहीं छोड़ रहे थे ।
एसडीओपी विजय सिंह यादव की टीम द्वारा देहरदा गणेश क्षेत्र में की गई छापेमारी के दौरान बड़े पैमाने पर जुआरियों की गिरफ्तारी और वाहनों की जब्ती से यह साफ हो गया कि स्थानीय थाना स्तर पर किसी न किसी स्तर पर मिलीभगत के साथ ढील बरती जा रही थी। इस मामले के मीडिया में आने के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई कार्रवाई से न केवल जनता का पुलिस पर भरोसा मजबूत होगा, बल्कि यह संदेश भी जाएगा कि अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कोलारस थाना प्रभारी का तबादला कर एसआई सौरभ तोमर को नई जिम्मेदारी सौंपना यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग में अब पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा को अधिक महत्व दिया जा रहा है। आमजन को भी ऐसे मामलों में जागरूक रहकर पुलिस प्रशासन के कार्यों पर नजर रखनी चाहिए ताकि अपराध और अनियमितताओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।